प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के अबू धाबी में बीएपीएस द्वारा निर्मित पहला हिंदू मंदिर का उद्घाटन किया। इस भव्य और विराट मंदिर की अनुमानित लागत 700 करोड़ रुपये है। यह घटना अयोध्या में राम मंदिर के उत्सव के बाद एक महत्वपूर्ण घटना को दर्शाती है। प्रधानमंत्री मोदी ने अबू धाबी का दो दिनों का दौरा किया, जहां उन्हें गरम स्वागत मिला। उनके दौरे के दौरान उन्होंने यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान से मुलाकात की। अबू मुरीखा क्षेत्र में स्थित यह हिंदू मंदिर भारतीय सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है और भारत और यूएई के बीच संबंधों को मजबूत करता है।
पीएम मोदी ने कहा कि इस भव्य और पवित्र जगह से मैं एक और खुशखबरी देना चाहता हूं। आज यूएई के उपराष्ट्रपति और राष्ट्रपति ने भारतीयों के लिए एक अस्पताल बनाने के लिए जमीन देने की घोषणा की है। इसके लिए मैं उनका और शेख मो. बिन जायद का हृदय से स्वागत करता हूं। हमारे मंदिर शिक्षा और संकल्पों के केंद्र रहे हैं। हम मंदिरों से ये उद्घोष करते हैं कि प्राणियों में सद्भावना हो, विश्व का कल्याण हो। वहां हम समस्त तु वसुधैव कुटुंबकम भी सीखते हैं। यानि समस्त धरती हमारा परिवार है। जी-20 में हमने इसे साकार कर दिखाया है। सर्वे भवन्तु सुखिनः, सर्वे संतु निरामयः के विजन के साथ भारत काम कर रहा है। भारत इस दिशा में सबका साथ, सबका विश्वास, सबका प्रयास और सबका विश्वास के पटल पर काम कर रहा है। यह मंदिर इस संदेश को दुनिया में पहुंचाने के लिए सबको ऊर्जा देगा। इसे मैं पूरी मानवता के लिए समर्पित करता हूं। पूज्य स्वामी को प्रणाम करता हू।